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लेखनी कहानी -24-May-2022 आदमखोर भाई

यह कहानी पाकिस्तान की एक सत्य घटना पर आधारित है । पात्रों के नाम बदल दिए हैं । 

सुलेमान काम से लौटा ही था कि हाथ मुंह धोने चला गया । उसकी पत्नी फरीदा ने उसका खाना लगा दिया था । वह खाना खाने बैठ गया । उसे कुछ कुछ बदबू सी आने लगी । उसने कड़क कर पूछा "ये क्या बनाया है ? इसमें बदबू क्यों आ रही है " ? 

उसकी रौबदार आवाज से फरीदा डर गई । मिमियाते हुए बोली "मटन पकाया है जी । आज ही लाई थी । ताजा ताजा । मेरे सामने ही काटकर दिया था रमजू भाईजान ने । सड़ांध कहीं और से आ रही होगी जी" । उसकी आंखों में पिटाई का खौफ साफ दिखाई दे रहा था । 

सुलेमान को कम सुनने की आदत थी । जो वह सुनना चाहता था वह नहीं सुन पाया तो गुस्से से उबल पड़ा "किसको मूर्ख बना रही है तू ? ये सड़े हुए मटन को मुझे खिलाना चाहती है ? कान खोलकर सुन ले , मेरे घर में नहीं चलेगा ये सब । जा , जाकर ताजा मीट लेकर आ और पकाकर खिला" । 

बेचारी फरीदा और क्या करती ? कसाई के सामने मेमने की क्या औकात ? वह उठने लगी कि सुलेमान का छोटा भाई रमज़ान आ गया । आते ही बोला "ये कैसी बदबू आ रही है भाईजान  ? घर के बाहर भी आ रही है और अंदर भी ? ऐसा लगता है कि कोई जानवर मर गया है और पड़ा पड़ा सड़ गया है" । 

अब सुलेमान का माथा ठनका । बदबू अब भी आ रही थी । दोनों भाई घर से बाहर निकले । वहां पर भी सड़ांध आ रही थी । पड़ोस के घर में गये , वहां पर भी सड़ांध आ रही थी । सब लोगों को घरों से निकाल लिया उन्होंने । दस पंद्रह आदमी इकठ्ठे हो गये थे । एक एक घर की तलाशी लेने लगे सब । रहीम के मकान का भी नंबर आ गया । उसके मकान में घुस गए सब । आंगन का नजारा देखकर सब लोग बुरी तरह से चिल्लाते हुए बाहर भाग आये । आंगन में एक पांच छ : साल के बच्चे की खोपड़ी पड़ी हुई थी जिसके चेहरे से मांस नोंच लिया गया था । 

कुछ हिम्मत वाले लोग रहीम की रसोई में घुस गए  । वहां एक कढाई में कुछ मांस पक रहा था । बदबू उसी में से आ रही थी । देखने में वह किसी जानवर का मांस नहीं लग रहा था । 

दो चार आदमी भागकर थाने चले गये और पुलिस बुला लाये । पुलिस ने जब कढाई में पक रहे मांस को देखा तो संदेह हुआ कि यह मांस तो इंसान का लग रहा है । पुलिस ने उस मांस का एक नमूना लिया और लैब भेज दिया । तब तक वह मांस जब्त कर लिया और वह खोपड़ी भी । 

थोड़े दिनों में लैब से उसकी रिपोर्ट आ गई और यह प्रमाणित हो गया कि कढाई में जो मांस पक रहा था वह सब बच्चे की खोपड़ी का ही था । पुलिस रहीम और करीम दोनों भाइयों को पकड़कर थाने ले आई । थाने में जब उनकी धुनाई हुई तो उन्होंने सब राज उगल दिए । 

रहीम और करीम दोनों भाई आलसी थे । काम धाम करते नहीं तो पैसा कहां से आये ? इसलिए रूखी सूखी जो मिल जाए , उसी में गुजारा कर लेते थे । बड़ी मुश्किल से करीम का ब्याह हुआ । रहीम का नहीं हुआ । मगर दोनों भाइयों में प्रेम बड़ा गजब का था । दोनों ने तय कर लिया कि दोनों एक ही औरत से काम चला लेंगे । 

लेकिन दोनों के साथ बड़ा अन्याय हुआ । दोनों के बीच में एक ही तो लुगाई थी , एक दिन वह भी भाग गई  । कह रही थी कि दोनों भाइयों में मरदाना ताकत की बहुत कमी है इसलिए वह वहां रहकर अपनी जवानी बरबाद नहीं करना चाहती थी । इसलिए निकल ली वह । दोनों भाई सदमे में  डूब गए  । 

एक अक्लमंद चाचा ने उनका मार्गदर्शन किया । उन्हें एक ऐसे मौलवी से मिलवा दिया जो "मरदाना ताकत" की अच्छी जानकारी रखता था । उस मौलवी ने कह दिया कि इंसानी मांस खाने से "मरदाना ताकत" आती है इसलिए उन्हें आदमी का मांस खाना चाहिए" । बस, उसी दिन से उन्होंने इंसानी मांस खाना शुरू कर दिया । 

दोनों भाइयों ने बताया कि वे इंसानी मांस खाने के लिए कब्रिस्तान जाते थे और पता करते थे कि आज कोई मुर्दा दफन हुआ था क्या ? यदि कोई मुर्दा उस दिन दफन होता था तो वे रात में आकर कब्र खोदकर उस लाश को अपने साथ ले जाते थे । फिर धीरे धीरे काट काटकर उसे पकाते थे और खा जाते थे । उन्होंने पुलिस को बताया कि वे अब तक लगभग 150 इंसानों का मांस खा चुके थे । पुलिस इस बात को सुनकर बड़ी हैरान हुई । दोनों आदमखोर भाइयों की कहानी पूरी दुनिया में चर्चित हो गई  ।

हरिशंकर गोयल "हरि" 
24.5.22 


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7 Comments

Babita patel

13-Jul-2023 05:38 PM

very sad

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Abhilasha Deshpande

18-Jun-2023 11:57 AM

he ram

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Hari Shanker Goyal "Hari"

18-Jun-2023 04:47 PM

🙏🙏

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Gunjan Kamal

25-May-2022 04:07 PM

हे भगवान🙄

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Hari Shanker Goyal "Hari"

18-Jun-2023 04:47 PM

🙏🙏

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